EPF क्या है?
कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) एक बचत योजना है जिसे कर्मचारी भविष्य निधि और विविध अधिनियम,1952 के तहत शुरू किया गया था। इसे केंद्रीय न्यासी बोर्ड द्वारा प्रशासित और मैनेज किया जाता है जिसमें तीन दलों- सरकार, नियोक्ता/ कंपनी और कर्मचारियों के ऐजेंट शामिल होते हैं। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) इस बोर्ड की गतिविधियों में इसकी सहायता करता है। EPFO सीधे सरकार के अधिकार क्षेत्र में काम करता है और श्रम और रोज़गार मंत्रालय नियंत्रण व प्रबंधन करता है।
EPF योगदान के बारे में मुख्य बिंदु:
- कम्पनी के 12% के योगदान में 3.67% EPF व 8.33% EPS शामिल होता है
- 10% EPF शेयर उन संगठनों/ कंपनियों के लिए वैलिड है जहां 20 या 20 से कम कर्मचारी हैं/ संगठन/ कम्पनियाँ जिनका नुकसान (फाइनेंशियल वर्ष के अंत में) उनकी कुल संपत्ति के बराबर या ज़्यादा हुआ है/ संगठन/ कंपनी जिसे औद्योगिक और फाइनेंशियल रेज़ोल्यूशन बोर्ड द्वारा बीमार (Sick) घोषित किया गया है
- कम्पनी द्वारा किए गए कुल योगदान को कर्मचारी पेंशन योजना में 8.33% और कर्मचारी भविष्य निधि के लिए 3.67% के रूप में बांटा जाता है
- कर्मचारी द्वारा किया गया योगदान पूरी तरह से कर्मचारी के भविष्य निधि में जाता है
- उपरोक्त योगदान के अलावा, EDLI के लिए अतिरिक्त 0.5% कम्पनी द्वारा भुगतान किया जाना है।
- EDLI और EPF की कुछ प्रशासनिक लागत क्रमशः 1.1% और 0.01% की दर से कम्पनी द्वारा वहन की जाती है। इसका मतलब है कि कम्पनी को इस योजना के लिए वेतन का कुल 13.61% योगदान देना होगा।
EPF में कर्मचारी का योगदान
कर्मचारी के लिए योगदान दर सामान्यतः 12% निर्धारित है। हालाँकि, निम्नलिखित संगठनों के लिए यह दर 10% है:
- जिस संगठन अथवा फर्म में श्रमिकों की अधिकतम संख्या 19 हो
- जिन उद्योगों को BIFR द्वारा बीमार उद्योग घोषित किया गया हो
- जिस संगठन को अपने शुद्ध निवल से अधिक की हानि हुई हो
- कॉयर, ग्वार गम, बीड़ी, ईंट और जूट उद्योग
- ऐसे संगठन जिनका परिचालन 6,500 रु. की मज़दूरी सीमा से कम हो
EPF में नियोक्ता / कंपनी का योगदान
नियोक्ता/ कंपनी का योगदान न्यूनतम राशि 15,000 रु. पर 12% होता है (हालांकि अपनी स्वेच्छा से वे इससे अधिक का योगदान कर सकते हैं)। ये राशि 1800 रु. प्रतिमाह बैठती है। इसका अर्थ है कि इस योजना के लिए नियोक्ता/ कंपनी और कर्मचारी दोनों को हर महीने 1800 रु. का योगदान करना होगा। प्रारम्भ में यह राशि 6500 रु. के 12% पर निर्धारित थी जिसके अंतर्गत नियोक्ता/ कंपनी और कर्मचारी दोनों को 780 रु. का योगदान करना होता था।
- दोनों पक्षों के योगदान को EPFO(कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) में जमा किया जाता है
- यह एक फण्ड है जिसकी सहायता से कर्मचारी रिटायर्मेंट के बाद भी एक बेहतर जीवन जी सकते हैं
EPF योग्यता शर्तें
- इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए कर्मचारियों को योजना का एक्टिव सदस्य बनने की आवश्यकता है
- संगठन में शामिल होने के दिन से ही किसी संगठन के कर्मचारी भविष्य निधि, बीमा लाभ के साथ-साथ पेंशन लाभ प्राप्त करने के लिए सीधे योग्य होते हैं
- जिस संस्थान/ कंपनी में कम से कम 20 लोग काम कर रहे हैं, वो संगठन श्रमिकों को EPF लाभ देने के लिए उत्तरदायी है
- यह योजना जम्मू और कश्मीर में लागू नहीं है
EPF सदस्य (कर्मचारी) EPF में कैसे लॉग इन कर सकते हैं?
आपको EPF की सदस्य वेबसाइट यानी EPF ई-सेवा/EPF सदस्य पोर्टल पर जाने की ज़रूरत है और दाईं ओर, आपके पास UAN का उपयोग करके लॉग-इन करने का विकल्प है। हालाँकि, UAN पहले से एक्टिव होना चाहिए।
UAN क्या है?
यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) एक 12 अंकों का नम्बर है जो EPFO के प्रत्येक सदस्य को प्रदान की जाती है जिसके माध्यम से वह अपने सभी PF खातों को मैनेज कर सकता है। यह व्यक्ति को सभी प्रोवाइड फंड (PF) की जानकारी एक ही स्थान पर प्राप्त करने में मदद करता है, भले ही वह जिस संगठन के लिए काम करता हो। UAN की मदद से कर्मचारी आसानी से पैसे निकाल और ट्रांसफर कर सकता है।
EPF UAN एक्टिवेशन
अपना UAN को एक्टिव करने के लिए, निम्नलिखित तरीके का पालन करें:
- आपको EPF की सदस्य वेबसाइट यानी EPF ई-सेवा/EPF सदस्य पोर्टल पर जाना होगा
- नीचे दायें कोने पर आपको ‘Activate UAN’ का विकल्प मिलेगा और उस पर क्लिक करें
- जैसे ही नया डैशबोर्ड खुलता है, EPFO रिकॉर्ड के अनुसार या तो UAN, पैन या आधार और अन्य जानकारी जैसे नाम, जन्मतिथि आदि दर्ज करें।
- ‘कैप्चा’ कोड दर्ज करें और EPFO के साथ अपने रजिस्टर्ड मोबाइल पर एक प्राधिकरण पिन प्राप्त करें
- UAN को ऑनलाइन वैरिफाई और एक्टिव करने के लिए वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) का उपयोग करें
- UAN के एक्टिव होने के वैरिफिकेशन के लिए एक और संदेश भेजा जाएगा
- एक बार UAN एक्टिवेशन हो जाने पर, आप भविष्य निधि की स्थिति की जांच करने के लिए इसका उपयोग करके लॉग इन कर सकते हैं
EPF केवाईसी अपडेट
- EPF सदस्य पोर्टल पर जाएं और UAN और पासवर्ड का उपयोग करके लॉग इन करें
- जैसे ही नया पेज खुलेगा, ‘Manage’ सेक्शन के तहत ड्रॉपडाउन मेन्यू से केवाईसी पर क्लिक करें
- पैन, आधार, बैंक दस्तावेजों आदि का नाम और संख्या जैसी जानकारी अपडेट करें
- इसे सेव करें और यह पेंडिंग केवाईसी के रूप में तब तक दिखाई देगा जब तक यह दूसरे एंड से वैरिफाई है
EPF बैलेंस कैसे चेक करें?
एक सदस्य इन आसान तरीके का पालन करके खाते में जमा EPF शेष राशि की ऑनलाइन जांच कर सकता है:
- EPF की वेबसाइट www.epfindia.gov.in पर जाएं
- “Our Services” सेक्शन में “For Members” पर जाएं
- “Member Passbook” विकल्प पर क्लिक करें
- अब अपना “UAN”, पासवर्ड और कैप्चा कोड दर्ज करें और अपने EPF खाते में लॉग-इन करें
- अपनी पासबुक देखने के लिए “Member ID” चुनें
- दस्तावेज़ में संपूर्ण जानकारी के साथ आपकी पासबुक प्रदर्शित होगी
- सदस्य EPFOHO <UAN> ENG प्रारूप में 7738299899 पर एक एसएमएस भेजकर भी अपना EPF बैलेंस चेक कर सकते हैं
EPF बैलेंस को 011-22901406 नंबर पर मिस्ड कॉल के जरिए भी चेक किया जा सकता